कानपुर
विरासत आर्क
गंगा नदी के तट पर बसा हुआ उत्तर प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक शहर कानपुर जिसकी मौजूदगी रामायण के समय से बताई जाती है और यहां के अनेक ऐतिहासिक स्थान शहर की समृद्ध संस्कृति को श्रद्धांजलि प्रदान करते हैं माना जाता है कि इस शहर की स्थापना सचेंदी राज्य के राजा हिंदू सिंह ने की थी कानपुर का मूल रूप कान्हापुर था माना जाता है कि अवध के नवाबों के शासनकाल के अंतिम चरण में यह नगर पुराना कानपुर ,पटकापुर , कुरसवाँ,जूही तथा सीमा मऊ गाँवो के मिलने से बना था पड़ोस के प्रदेश के साथ इस नगर का शासन भी कन्नौज तथा कालपी के शासकों के हाथों में रहा और बाद में मुसलमान शासकों के | बाद में कुछ गांवों तक अवध के नवाब अलमास अली का यहां सुयोग शासन रहा | 1773 की संधि के बाद यह नगर सत्यानगर अंग्रेजों के शासन में आया फल स्वरुप 1778 ई० में यहां अंग्रेज छावनी बनी | गंगा तट पर स्थित स्थित होने के कारण यहां यातायात तथा उद्योग धंधों की सुविधा थी अंग्रेजों ने यहाँ उद्योग धंधों को जन्म दिया तथा नगर के विकास का प्रारंभ हुआ सबसे पहले ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहां नील का व्यवसाय प्रारंभ किया यातायात के विकास से नगर का व्यापार पुनः तेजी से बढ़ा।
क्षेत्र: 403.7 km²
मौसम: 31°C, हवा E at 6 km/h, 83% नमी
जनसंख्या: 2.92 मिलियन (2011)